प्रबंधन की अड़ियल रवैया से स्थानीय लोग परेशान,,
शासन प्रशासन क्यों है मौन,,
क्या कोई अनहोनी होने के बाद तब जागेगी सरकार,,
बिलासपुर। मौत का तालाब,लोगो का जीना हुआ दूभर खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया । जिस पर पर्यावरण विभाग ने अपनी साख बचाने के लिए आनन फानन में कोटा विधान सभा स्थित छेरकाबाधा वेलकम डिस्लेरी फैक्ट्री पर 14 अगस्त 2024 से प्रतिदिन तीस हजार रूपये की पेनाल्टी लगाया गया। शराब बनाने वाली वेलकम डिस्लेरी के संचालक के मनमानी रवैए से स्थानीय लोग प्रदूषण से परेशान है। वही जहरीला तालाब का पानी लोगो के लिए मौत का खुला आमंत्रण दे रहा है।
सुनामी टाइम्स ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था। जिसके बाद कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने वेलकम डिस्लेरी के खिलाफ विधानसभा में मुद्दा उठाया।
वेलकम डिस्लरी शराब प्लांट से निकलने वाले जहरीले गैस और प्रदूषण का मुद्दा विधानसभा में गूंजा। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने जहरीले गैस से ग्रामीणों को हो रही बीमारियों के मुद्दे को लेकर मंत्री ओपी चौधरी से सवाल पूछा कि उस शराब प्लांट को बार बार क्लियरेंस आखिर क्यों दिया जा रहा है, इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि पेनाल्टी की कार्रवाई समय समय में की जा रही है।
बतादें की बिलासपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर कोटा विधानसभा क्षेत्र में वेलकम डिस्लेरी शराब प्लांट है। इस प्लांट के ठीक सामने एक शासकीय स्कूल है। इस प्लांट के ग्रामीण क्षेत्र छेरका बांधा में प्रवेश करने के पूर्व ही कई किलोमीटर तक प्लांट से निकलने वाली जहरीली गैस की बदबू आने लगती है। अब जरा सोचिए कि जब कई किलोमीटर की दूरी तक जहरीले गैस के बदबू से लोग कपडे से अपना मुंह ढककर गांव में प्रवेश करते है,तब प्लांट के सामने स्थित शासकीय स्कूल के बच्चों का क्या हाल होता होगा। वहा आसपास रहने वाले लोगो का क्या हाल होगा। स्थानीय लोगो के द्वारा बार बार वेलकम डिस्लेरी के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत के बाद भी कोई करवाही नही किया जाता है। फिर हाल अब देखना होगा कि मामला विधान सभा में गूंजने के बाद भी वेलकम के खिलाफ कोई करवाही होती है। यह आने वाला समय ही बताएगा।