संतोष कुमारी डुप्पला को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी पंजाब ने किया माइक्रोबायोलॉजी में PHD की उपाधि से किया सम्मानित,,
बिलासपुर। जुनून ऐसा कि फौलादी हौसले और नई इबारत लिखने का जज़्बा हो तो इन्ही हौसलों के दम पर बिलासपुर की संतोष कुमारी डुप्पला को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU), फगवाड़ा, पंजाब द्वारा माइक्रोबायोलॉजी में पीएच.डी. की उपाधि से सम्मानित किया गया है। उनका शोध, जो LPU में माइक्रोबायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर डॉ. आशीष व्यास के मार्गदर्शन में और सह-निगरानी में इंडो अमेरिकन कैंसर हॉस्पिटल, हैदराबाद, तेलंगाना के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुगुणाकर वुरे और उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना में जेनेटिक्स विभाग की प्रमुख प्रोफेसर डॉ. स्मिता सी. पवार के साथ किया गया, कैंसर जीवविज्ञान के एक विशेष क्षेत्र पर केंद्रित था। उनके शोध प्रबंध का शीर्षक “सर्वाइकल कैंसर में वेरिएंट्स का इंटीग्रेटिव सिस्टम्स जीनोमिक एनालिसिस: होल एग्ज़ोम सीक्वेंसिंग द्वारा” था, जिसमें उन्नत जीनोमिक तकनीकों का उपयोग करते हुए सर्वाइकल कैंसर से संबंधित आनुवंशिक विविधताओं की जांच की गई। होल एग्ज़ोम सीक्वेंसिंग (WES) एक ऐसी विधि है जिसका उपयोग जीनोम के प्रोटीन-कोडिंग क्षेत्रों का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है, जो सबसे अधिक संभावना वाले क्षेत्रों में होते हैं जहाँ कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनने वाले म्यूटेशन होते हैं। इस शोध का उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर में होने वाले म्यूटेशन और आनुवंशिक परिवर्तनों को समझने में मदद करना था, जो बीमारी की बेहतर समझ, संभावित बायोमार्कर की पहचान, या उपचार के लिए नए लक्ष्यों का पता लगाने में सहायक हो सकता है।