*मऊगंज---मऊगंज जिला कलेक्टर अजय श्रीवास्तव को 3 दिन पूर्व सोशल मीडिया में आई खबर से पता चला
मऊगंज जिले के हनुमना तहसील अंतर्गत पाती मिश्रा आदिवासी प्लांट में एक 18 वर्षी युवक इंद्रजीत कोल पिता सुरेंद्र कोल की इलाज के दौरान 4 वर्ष पूर्व उसकी आंखें चली गई ।
गरीबी की हालत से परेशान परिवार ने अपने संसाधनों से उसका इलाज दो-तीन वर्ष तक कराया अंततः वह हार मानकर पैसे के अभाव में इलाज न कर सके।
सोशल मीडिया में आई खबरों को संज्ञान में लेते हुए आज कलेक्टर मऊगंज इंद्रजीत कोल के घर पाती मिश्रण पहुंच गए ।
साथ में एंबुलेंस भी ले गए और एंबुलेंस से उसे हनुमना अस्पताल ले आए।
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि इंद्रजीत कोल की रिपोर्ट देखने से ऐसा लग रहा है कि उसे ब्रेन ट्यूमर की शिकायत है
जिसके कारण उसकी दोनों आंखें चली गई है । इंद्रजीत कोल को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए
वह भोपाल और जबलपुर के डॉक्टर से संपर्क करके इलाज कराने का प्रयास करेंगे और उनका प्रयास होगा कि इंद्रजीत कोल पुनः अपने आंखों से इस संसार को देख सके।
इंद्रजीत कोल सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई कर चुका था आठवीं में जब वह अध्यनरत था तभी उसके सर में दर्द हुआ
और वह सर दर्द का इलाज कराने डॉक्टर के पास गया लेकिन दवा के प्रभाव से उसके आंख की रोशनी धीरे-धीरे चली गई इंद्रजीत कोल के पिता ने उसका इलाज
जीएमएच रीवा, बनारस एवं प्रयागराज में भी कराया लेकिन उसे सफलता नहीं मिली ।
डॉक्टर ने कहा कि इसकी आंख की रोशनी लाने में काफी पैसा खर्च होगा। इंद्रजीत का परिवार बहुत गरीब है वह इतने धन की व्यवस्था नहीं कर सका और अंततः
हार मानकर वह 4 साल से बेवस लाचार होकर घर में पड़ा रहा ।कलेक्टर के प्रयास से एक नई उम्मीद इंद्रजीत कोल के परिजनों को हुई है*