नव निर्मित जिला मऊगंज विधानसभा सीट में टिकिट के लिए त्रिकोणीय संघर्ष क्या प्रदीप पटेल पर भाजपा फिर चलेगी दांव ??
रीवा । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां बढ़ती जा रही है टिकिट के लिए इस बार सर्वे ही सबसे बड़ा आधार है ऐसे में सभी दावेदार जनता के बीच पहुंचने के नए नए मार्ग तलाश रहे हैं ।
मऊगंज विधानसभा में भी बहुत अधिक खींचतान देखने को मिल रही हैं और जन आशीर्वाद यात्रा में तो ये और अधिक बढ़ गई जब मृगेंद्र सिंह के समर्थकों ने वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदीप पटेल भगाओ के नारे लगाएं।
कुछ लोगो को ये ओछी हरकत रास नही आई और संगठन के शीर्ष नेतृत्व को इस बात से अवगत करवाया गया की मऊगंज में मृगेंद्र सिंह से लगभग एक तिहाई भाजपा कार्यकर्ता नाराज बताए जा रहे है
जन आशीर्वाद यात्रा में खुद के शक्ति प्रदर्शन के लिए रात भर मुख्यमंत्री के आने की झूठी अफवाह से भी प्रदेश नेतृत्व नाराज हैं और बहुत जल्दी नोटिस जारी कर सकता है। जिला अध्यक्ष की करीबी के चलते मृगेंद्र सिंह खुद को विधायक प्रत्याशी के रूप में पेश कर रहे है वही यात्रा के दौरान भाजपा नेता पंकज पाण्डेय ने भी सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा का स्वागत किया और पूरी यात्रा में मुख्य मार्ग पर यात्रा का नेतृत्व करते नजर आए संगठन का जितना ज्ञान इस युवा नेता में झलकता है वो कबीले तारीफ है और इसकी चर्चा अब जनता के बीच हो रही हैं आपन जन मिलन यात्रा निकाल कर जनता के बीच पहुंचकर जनता की समस्याओं को भी शीघ्र से शीघ्र निदान का प्रयास भी युवा नेता द्वारा किया जा रहा है वर्तमान समय में ये तीनों नेता ही जनता के बीच लगातार अपनी उपस्थित दर्ज करवा रहे है जाति गत संरचना की बात करे तो ये सीट ब्राह्मण बाहुल्य है और सबसे अधिक बार यहां से ब्राह्मण व्यक्ति के सिर पर ही मुकुट सजा है इसलिए पार्टी को यहां गहन अध्यन करना पड़ रहा है मृगेंद्र सिंह जगद्गुरु राम भद्राचार्य जी की कथा करवाकर बहुत ही कम समय में जनता के बीच पहुंचे है और अपनी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। अब देखना ये है की भाजपा किस समीकरण के आधार पर टिकिट का चयन करती है ।