सुनामी मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ । सुनामी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की पाँच फटाफट न्यूज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दर-दर भटकती गायों को गौशाला पहुंचाने के निर्देश गायों को पुनर्वास के लिए किए निर्देश
जिले में कृषि विभाग में सरकार द्वारा मोटा अनाज के लिए अन्नदाता ओं को अनुदान का बीज तो कृषि विभाग में दिया गया है
लेकिन कृषि विभाग के पदाधिकारी मोटा अनाज को कागज के पन्नों में लिखा
और मोटाअनाजों किसानों को नहीं हुआ मोटा अनाज नसीब
वही कृषि विभाग के अधिकारी एवं सेक्टर प्रभारियों से चर्चा करने की कोशिश की गई तो जवाब देने से पीछे हटते नजर आए
वहीं आत्मा परियोजना के नाम से जो अधिकारी मऊगंज फील्ड में सरकार से मोटा अनाज एवं अन्य सामग्री सरकार द्वारा उपलब्ध होती है
तो अधिकारी केवल कागज के पन्नों में लिख कर किसानों को बीज नहीं करवाए उपलब्ध
जिसे कई किसानों ने प्राइवेट दुकानों में लेने के लिए हो रहे मजबूर
जिले में शौचालय के नाम पर ओडीएफ सरकार द्वारा हर पंचायतों में शौचालय बनाने के लिए पूर्व में दी गई राशि
कई पंचायतों में शौचालय आज भी अधूरी पड़ी है लेकिन राशि का भुगतान सरपंच सचिव रोजगार सहायक और फील्ड ऑफिसर के माध्यम से भुगतान हो चुका
वही मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में भी उन्हीं उपभोक्ताओं को शौचालय की राशि
का अधिकारियों द्वारा एवं ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक द्वारा शौचालय की राशि को कागज के पन्नों में दर्शा कर किया जा रहा भुगतान
अगर इसका खुलासा हुआ तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है
मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने मेहर को जिला बनाने की मांग फिर से हुई तेज विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नागदा को जिला बनाए जाने के ऐलान के बाद एक बार फिर मैहर को जिला बनाए जाने की मांग ने तेजी पकड़ ली है।
वर्षों से अधूरी पड़ी मांग को पूरा करने मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने शिक्षा विभाग के दबंग लेखापाल को किया निलंबित
शिक्षा विभाग में लेखापाल को कलेक्टर ने किया निलंबित
नगर परिषद के पूर्व कार्यकाल में वार्डों में पानी निकासी की व्यवस्था बिना किसी प्लान के चल रही थी
पूर्व परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ का कार्यकाल लगभग 6-7 वर्षों का रहा जहां बिना किसी गाइडलाइन के शहर के अंदर नाली व सड़क निर्माण कराया गया
फलस्वरूप शहर के अंदर अब तक कहीं भी समुचित रूप से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है
गलत तरीके से सड़क व नालियों का निर्माण कराए जाने से शहर के अंदर जमा पानी गंदगी का सबब बना हुआ है जिससे नगर वासियों को जल्द निजात मिलना कठिन है
नई परिषद सरकार बनने के बाद भी नवनिर्वाचित पार्षदों द्वारा सफाई के संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया
उनके द्वारा ना कोई जागरूकता फैलाई जाती और ना ही सफाई कर्मियों द्वारा स्वयं खड़े होकर सफाई करवाई जाती
चारों तरफ गंदगी का माहौल है एक तरफ बरसात के मौसम में जहां बीमारियों का बोलबाला है
वही हर तरफ गंदा पानी भरा हुआ है नगर वासियों को साफ सफाई करने एवं गंदगी न फैलाने का
पार्षद व परिषद द्वारा अब तक कोई उपाय सुझाव व जागरूक करने का काम नहीं किया गया