तथाकथित पत्रकार द्वारा बदनाम करने की नीयत से जारी किया गया गलत शिकायत पत्र: पर्यवेक्षकगण
कसडोल। महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के नाम से सोशल मीडिया में एक शिकायत पत्र खूब चर्चित रहा हालांकि वायरल हो रहे शिकायत पत्र में आवेदक के नाम का उल्लेख नहीं किया गया था किंतु इस पत्र में कसडोल परियोजना के अंतर्गत आने वाले सभी सेक्टरों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का हवाला दिया गया था ,जिसमें उल्लेख किया गया था कि गिरौदपुरी एवं कटगी प्रभारी श्रीमती लक्ष्मी साहू एवं सर्वा छरछेद प्रभारी मुनिया वर्मा पर्यवेक्षक द्वारा प्रत्येक माह सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से 500/- की मांग की जा रही है।
इसके पूर्व भी ऐसे ही वायरल पत्र की आड़ लेकर एक कथित पत्रकार भुनेश्वर प्रसाद साहू द्वारा उक्त मामले की शिकायत ज़िले के कलेक्टर के समक्ष किया गया था। मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था ,कि पुनः उसी प्रकार एक और पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो चला था ,जिसमें पूर्व में किये गए शिकायत एवं जांच के समय विभागीय दबाव के कारण पर्यवेक्षकों के खिलाफ मजबूर वश कुछ भी नहीं कह सकने की बात का उल्लेख किया गया।
उक्त मामले का हमारे दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशन को लेकर विरोध जताते हुए पूर्ण पुष्टि किये जाने संबंध में परियोजना अंतर्गत आने वाले सभी पर्यवेक्षकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा हमारे प्रतिनिधि से मुलाकात कर बताया गया ,कि पहले भी जारी पत्र उनके द्वारा न ही जारी किया गया था और न ही विभागीय अधिकारियों को दिया गया, जबकि सभी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं अपने अपने सेक्टर के पर्यवेक्षकों के कार्य प्रणालियों से संतुष्ट है। उक्त मामले के संबंध में पर्यवेक्षकों द्वारा संदेह व्यक्त करते हुए बताया गया ,कि पूर्व में उक्त कथित पत्रकार भुनेश्वर प्रसाद साहू द्वारा सभी सेक्टर प्रभारियों से सामूहिक रूप से अवैध रूप से रुपये की मांग किया जा रहा था और रुपये नहीं देने पर सेक्टर से अन्यत्र ट्रांसफर करा देने की धमकी दिया जा रहा था। उनके मंशानुरूप हमारे द्वारा रुपये नहीं देने के कारण ही उक्त कथित पत्रकार द्वारा हमें बदनाम एवं प्रताड़ित करने की नीयत से ही गुमनाम पत्र वायरल किया गया है।