रीवा__मऊगंज नि प्र 28 अप्रैल
प्रदेश के मुखिया की लाडली बहना योजना में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कतिपय बहनों को छोड़ दिया जाए तो अधिसंख्यक बहनों का बुरा हाल है इस बात से नकारा नहीं जा सकता है कि उनका काम अंततः हो रहा है लेकिन इस बीच अप्रशिक्षित नगर पंचायत एवं बैंक कर्मी और शिविरों में बैठें लोगों द्वारा जिस तरह से लाडली बहनों को भटकाया जा रहा है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है केवाईसी समग्र आईडी जैसी अनेक औपचारिकताओं को पूर्ण जानकारी कर्मचारीयों में ना होने से महिलाओं को इधर उधर घुमाया जा रहा है बैंकों के अंदर अफरा-तफरी का माहौल है भारी संख्या में महिलाएं एक दूसरे को पीछे करने एवं आगे पहुंचने के चक्कर में धक्का-मुक्की का शिकार होना पड़ा आलम यह रहा की गर्मी और भीड़ के कारण स्टेट बैंक मऊगंज के अंदर कई महिलाएं बेहोश हो गई जिसे कई घंटों तक बेहोशी की स्थिति बनी रही अंततः बैंक कर्मी को मऊगंज पुलिस का सहारा लेना पड़ा इस दौरान उन तथाकथित जनप्रतिनिधियों का उपेक्षित रवैया बहुत दुखद है जो इसके पहले भी इसके बाद भी बड़ी बड़ी ढींगे हांक कर बोट मांगें थें और फिर इसके बाद भी मांगेगे इस तरीके का माहौल लगभग सभी बैंकों में है किसी संस्थान द्वारा लाडली बहनों को सही जानकारी नहीं दी जा रही है जिससे उनका हर जगह भटकना स्वाभाविक है