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चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है वहीं भाजपा सरकार अपना दमखम दिखा रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेश के जीतू पटवारी जब हल लेकर विधानसभा पहुंचे तो उन्हें गेट पर ही रोक,
जिला में जिला शिक्षा अधिकारी तो बैठे हैं लेकिन जब जिला शिक्षा अधिकारियों से भी छात्रावास
प्राथमिक पाठशाला और माध्यमिक विद्यालय के बारे में चर्चा की जाती है
तो जिला शिक्षा अधिकारी भी गोलमोल का जवाब देते नजर आए अब आखिर सिस्टम कहां से सुधरे और बच्चों की भविष्य कहां से सुधरे
छात्रों की उपस्थिति कम बावजूद रजिस्टर में सभी छात्रो को उपस्थित करके भोजन सहित अन्य सुविधा की राशि निकालकर मालामाल
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कलेक्टर का आदेश बेअसर मनमानी तौर पर छात्रों की उपस्थिति दिखाकर राशि निकाली जा रही है
छात्रावास के रखरखाव साफ सफाई बिजली पानी के लिए अतिरिक्त राशि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है
किंतु छात्रावास में गंदगी का वातावरण निर्मित रहता है छात्रावास में लगे बोर्ड दीवारें एवं गेट ऐसे प्रतीत होते हैं जैसे आदिम जमाने के हैं छात्रावास के अंदर गंदगी रहती है
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जिले में जल मिशन योजना एवं नल जल योजना पहले बनी थी और ग्राम पंचायत और गांव में पानी की टंकी बनी थी
पाइप लगी थी लेकिन आम लोगों को नहीं हुआ पानी नसीब वही जब ठेकेदारों से इस बारे में चर्चा की जाती है तोठीके दार गोलमोल का जवाब देते नजर आ रहे हैं
वही पीएचई विभाग के उप संभाग कार्यालय तो बना है लेकिन पी एच ई विभाग के अधिकारी रीवा में बनाए निवास
मऊगंज की कार्यालय रहती है खाली और सवाल इस बात का है कि आम जनता अपनी समस्या कहां पर सुनाएं और किस से कहें
उसी प्रकार से हर वर्ष मोटर मार्च-अप्रैल मई में पीएचई विभाग में तो आता है लेकिन वह मोटर किस पंचायत में और कहां लगता है इसका नहीं चलता है सिनकत का आम जनता पानी के लिए मचा रही हाहाकार
कई ग्राम पंचायतों में कई हैंडपंप हुए बंद आम जनता पानी के लिए कई किलोमीटर दूर भटकते हुए नजर आ रहे हैं
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जिले के मऊगंज क्षेत्र के अन्नदाता ऊपर आवारा पशुओं के आतंक से किसान खुद बर्बाद होता जा रहा है वही पटवारी हल्का एवं आर आई के वजह से अन्नदाता कई महीनों से कई सालों तक तहसीलों का लगाते हैं चक्कर
वही एक मामला का हुआ खुलासा मुदरिया चौवान में हल्का पटवारी एवं आर आई द्वारा पंचनामा तो तैयार किया गया
लेकिन पंचनामा में अन्नदाता की साइन नहीं थी इसके बावजूद भी कागज में साइन हो गई यह एक सबसे बड़ा सवाल जब इस बारे में सेक्टर के आर आई से चर्चा किया गया तो
आर आई भी जवाब देने से पीछे हटते नजर आ रहे हैं और वही जब हल्का पटवारी से भी इस बारे में चर्चा किया गया कि जब अन्नदाता साइन किया नहीं तो साइन कागज पर कहां से आर आई और पटवारी साहब भी जवाब गोलमोल का देते नजर आए
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मऊगंज बीआरसी कार्यालय खुला तो है लेकिन लोगों की समस्या का निदान होना टेढ़ी खीर दिखता है
क्योंकि बीआरसी कार्यालय में उपस्थित रहते नहीं रीवा में बनाए निवास कई समस्या के लेकर जब आम जनता एवं समूह की महिला बीआरसी कार्यालय जाती है
तो बीआरसी कार्यालय के अधिकारी की कुर्सी रहती है खाली आम जनता एवं समूह की महिला लौटती है खाली