बारनवापारा में वन मितान जागृति कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को वन अधिकारियों ने किया जागरूक........ वन,वन्यजीव,पर्यावरण एवं वानिकी गतिविधि की संरक्षण -संवर्धन की ली सामूहिक शपथ.......
कसडोल। बार नवापारा अभ्यारण्य में आज मंगलवार को आयोजित वन मितान जागृति कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।इसमें स्थानीय हायर सेकंडरी स्कूल बार नवापारा के 91 छात्र-छात्राओं के साथ ही आमंत्रित हाईस्कूल राजादेवरी के 60 विद्यार्थी भी शिक्षकों के साथ शामिल हुए।कार्यक्रम के दौरान बारनवापारा वन परिक्षेत्र एवं देवपुर वन परिक्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारियों ने विद्यार्थियों को आयोजन का उद्देश्य बताते हुए चिन्हित स्थानों का जीवंत परिचय भी कराया।इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को वन,पर्यावरण एवं वानिकी गतिविधियों का जीवंत परिचय के साथ इसके संरक्षण-संवर्धन के लिए जागरूक किया गया।वहीं इस पर पर्यटक ग्राम बार परिसर के खुले प्रांगण में विद्यार्थियों के साथ वन अधिकारियों ने शुरूआती चर्चा की।इस दौरान बार नवापारा वन परिक्षेत्र अधिकारी कृषाणु चन्द्राकार ने वन,वन्यजीव-जन्तुओं,पर्यावरण,वानिकी गतिविधि की महत्ता का जिक्र करते हुए मेहनत व मीठे फल की चाहत पर सवाली लहजे में अपील की कि सभी अपने घरों में कम से कम एक पेड़ नाम पट्टिका के साथ अवश्य लगाएं।इस दौरान विस्तृत चर्चा में उन्होंने विद्यार्थियों से पढ़ाई-लिखाई पर बात रखते हुए उनके भावी लक्ष्यों को भी जानना चाहा।विशेष कर उन्होंने विद्यार्थियों से गणित के सूत्रों पर न केवल सवाल किया,बल्कि अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि कक्षा में पढ़ाई के दौरान ध्यान को आवश्यक बताया।गांव में टाइलेन्ट की कमी नहीं है।जो कर रहे हैं उसे अच्छे से करना चाहिए।उन्होंने शिक्षा, सामान्य ज्ञान,एक्सपर्ट,रूचि के साथ ही फैशन व खेती आदि पर भी विचार व्यक्त किया।मौके पर उन्होंने वन्यजीवों से संबंधित अपने सवाल-जवाब में सिंह व बाघ में अन्तर,लोमड़ी व सियार के अन्तर को समझते हुए गिद्ध पक्षी व राष्ट्रीय पशु बाघ के बारे में भी बताया।इस अवसर पर देवपुर परिक्षेत्र अधिकारी ज्योति गुप्ता ने वन,वन्यजीव जन्तुओं,पर्यावरण,नरवा व वानिकी गतिविधियों के महत्व के साथ जंगल से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष लाभ के संबंध में विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए सवाल-जवाब किया।जिस पर विद्यार्थियों ने लकड़ी,फल,औषधि,पत्ता,महुआ आदि लघु वनोपज को जंगल से प्रत्यक्ष लाभ बताया।वहीं आक्सीजन,छांव,ग्रीन हाउस इफेक्ट,कार्बन स्तरीकरण,जलवायु परिवर्तन आदि सबमें जंगल वानिकी गतिविधियों का अप्रत्यक्ष सबसे बड़ा योगदान भी है।अधिकारियों के साथ ही सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी गीतेश बंजारे ने नरवा,गरवा,घुरवा,बाड़ी के अतिरिक्त मौके पर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए गए वन मितान जागृति पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए इसे बनाने इससे विद्यार्थियों को जोड़ने का उद्देश्य बताया।उन्होंने इस पुस्तक के अनुक्रमणिका के साथ ही पेज क्रमांक 18 वृक्षों का नाम व साइनन्टिफिक नाम,पेज क्रमांक 20 वन औषधियां,22 में रेंगने वाली प्रजातियां,23-24 में सचित्र जानकारी,25 में बटरफ्लाई,28 में राजकीय पशु वन भैसा,29 में राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना,30 में साल वृक्ष,31टाइगर,39 में पक्षी,46 में गिद्ध,47 में छत्तीसगढ़ पर्वत श्रृंखला,49 में छत्तीसगढ़ के 11 अभ्यारण्य व 3 राष्ट्रीय उद्यान,53 लास्ट पेज में शपथ प्रारूप के बारे में भी बताया।तथा मौके पर सभी ने इस प्रारूप में सामूहिक रूप से वन,वन्यजीव-जन्तु, पर्यावरण की संरक्षण-संवर्धन व आसपास पौध रोपण,वन अधिकारियों की सहायता के लिए शपथ भी ली गई।इस दौरान उन्होंने कन्वर्सेशन व बाटनीकल नामों के अन्तर को भी बताया।वहीं उन्होंने इन पृष्ठवार वर्णन करते वक्त साल,पुत्राजीवा,सल्फी,भुरभुरा (पिटपिटी),तितली के साथ मधुमक्खी व अन्य परागण कर्ता छोटे कीट,वन भैसा यहां खैरछापर छत्तीसगढ़ में उदंती सीता नंदी अभ्यारण्य व इंद्रवती नेशनल पार्क,पहाड़ी मैना जगदलपुर के अलावा सांभर,हिरण,लकड़बग्घा,बार्किंग डीयर(कोठरी),नीलगाय,चौसिंगा,भालू,जंगली सुअर,गौर,गौरइया,दयाल आदि वन्यप्राप्रणियों की भी जानकारी दी।पर्यटक ग्राम बार कार्यक्रम के तुरंत बाद विद्यार्थियों को जीवंत परिचय के लिए वन अधिकारी-कर्मचारियों ने विद्यार्थियों को काला हिरण अनुकूल केन्द्र,रामपुर चारागाह व बलमदेही पार्ट 1 नरवा विकास के तहत जलसंचय से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यों में गेबियन,स्टाप डेम,तालाब आदि स्थानों पर भी ले जाकर ज्ञानवर्धक जानकारी दी गई।इसमें प्रमुख रूप से परिक्षेत्र अधिकारी बार नवापारा कृषाणु चन्द्राकार,परिक्षेत्र अधिकारी सामान्य देवपुर ज्योति गुप्ता,सहायक परिक्षेत्र अधिकारी गीतेश बंजारे,गोपाल वर्मा,पवन कुमार सिन्हा,सत्येन्द्र कुमार कश्यप,परिक्षेत्र सहायक देवपुर खेमलाल डड़सेना,वन रक्षक नेहरू लाल निषाद,भोलाराम ध्रुव,शिक्षक दुर्गेश कुमार वर्मा,श्रीकांत पुरैना,सेतराम डड़सेना प्रिंसीपल हाईस्कूल राजादेरी,रुपकुंवर पटेल शिक्षिका राजादेवरी हाईस्कूल आदि शामिल रहे।