अमरपाटन विधानसभा सीट से बीजेपी से टिकट के लिए एक दो नहीं, बल्कि पूरे पांच दावेदार चुनाव मैदान में हैं. ऐसे में पार्टी के अंदर इन सभी दिग्गजों की दावेदारी ने पार्टी के लिए मुश्किलें जरूर बढ़ा दी है. अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी किस नेता पर अपना दाव खेलती है। विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ ही समय शेष रह गया है. ऐसे में विधानसभा चुनाव 2023 में अमरपाटन सीट से बीजेपी के टिकट के दावेदारों की सूची भी काफी लंबी है. ऐसे में कई दिग्गज इस विधानसभा सीट में जोर आजमाइश करना चाहते हैं।अमरपाटन में एक या दो नहीं बल्कि 5 लोग टिकट की दावेदारी कर रहे. ऐसे में देखते हैं क्या कहता है इन दावेदारों का रिपोर्ट कार्ड.
रामखेलावन पटेल
अमरपाटन विधानसभा सीट से बीजेपी के दावेदारों में जो सबसे पहले नाम आता है, वो हैं वर्तमान विधायक और शिवराज सरकार में राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल जो दो बार के विधायक है। मंत्री बनने के बाद भी कोई बड़ी योजना नही दिलवा पाए पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित जाति के लोगो मे भी इनका विरोध है ऐसे में तीसरी बार चुनाव जीतना का कठिन लग रहा है पर शिवराज के करीबी होने के कारण इस बार भी टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
माया विनीत पाण्डेय
भारतीय जनता पार्टी से विधायक के टिकट की दावेदारी करने वालों में दूसरा नाम आता है अमरपाटन से माया विनीत पाण्डेय का जो वर्तमान में अमरपाटन जनपद पंचायत अध्यक्ष है माया विनीत पाण्डेय स्थानीय विधायक और पूर्व विधायक दोनो के विरोध के बाद भी अध्यक्ष बनी उनकी जीत का अंतर भी काफी बड़ा रहा है माया विनीत पाण्डेय चुनाव जीतने के बाद लगातार क्षेत्र में सक्रियता से काम कर रही हैं। धन बाहुबल से काफी मजबूत भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वर्तमान सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं रामपुर विधायक विक्रम सिंह विक्की के करीबी है। इसलिए विधायक की दौड़ में दूसरा सबसे बड़ा नाम माया विनीत पाण्डेय का सामने आ रहा है।
हरिशकांत त्रिपाठी
अमरपाटन विधानसभा सीट पर अपनी किस्मत को आजमाने के लिए बेताब दिख रहे हरीश कांत त्रिपाठी भी इस दौड़ में शामिल हैं। त्रिपाठी ने अपनी दावेदारी भी पार्टी के सामने ठोक दी है. त्रिपाठी वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य है।पार्टी के लिए तन मन और धन से पार्टी की सेवा में जुटे हुए हैं। इस बार विधानसभा के चुनाव में भी खुद भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. बताया जाता है कि त्रिपाठी की पकड़ भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं में अच्छी है. यही कारण है कि अमरपाटन की सीट से विधायक प्रत्याशी के दौड़ में शामिल हैं।
आशुतोष गुप्ता सूरज
एक नाम और है जो काफी तेजी से चर्चाओं में आया है. वह है युवा नेता आशुतोष गुप्ता सूरज का जिनकी पत्नी पूजा गुप्ता वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं। पूरे मध्यप्रदेश में वैश्य समाज से इकलौती जिला पंचायत सदस्य है। सूरज वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी में मंडल अध्यक्ष रामनगर है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के युवा वोटरों में सूरज की अच्छी पकड़ बताई जाती है. स्पोर्ट्स के क्षेत्र में उनकी भागीदारी युवाओं को अपनी और आकर्षित करती है। सूरज के पास युवाओं की एक बड़ी टीम है. जो उनके एक इशारे पर रात दिन एक कर उनके लिए कार्य करने में जुट जाती है. शहर से लेकर गांव तक सूरज की सक्रियता ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को अपनी ओर आकर्षित किया है. इतना ही नहीं सूरज पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं सतना सांसद गणेश सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं।और टिकट के प्रबल दावेदार है। नगर निकाय चुनाव में उनकी मां अभी नगर परिषद रामनगर की पार्षद बनी है। पूरे विंध्य से वैश्य समाज के इकलौते टिकट दावेदार है।
धर्मेंद्र सिंह तिवारी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से एक ओर नाम है धर्मेंद्र सिंह तिवारी जो पिछले कई वर्षों से अमरपाटन में राजनीति करते आ रहे हैं. उनकी पकड़ अमरपाटन के ब्राम्हण समाज में अच्छी बताई जाती है। धर्मेंद्र सिंह तिवारी बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़कर अमरपाटन में सनसनी फैला दी थी अमरपाटन के इतिहास में ऐसा चुनाव कोई नही लड़ा जैसे धर्मेंद्र सिंह तिवारी लड़े थे हालांकि उन्हें लगभग 25 हजार वोट मिली और हार का सामना करना पड़ा था।और वो शिवराज सिंह के हाथों भाजपा की सदस्यता लेकर भाजपा में आ गए थे।अब एक बार फिर धर्मेंद्र सिंह तिवारी विधानसभा अमरपाटन की सीट पर विधायक की टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और रीवा विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के करीबी है इसलिए भी उनको टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। बहरहाल, भाजपा आलाकमान किसकी दावेदारी पर अपनी मुहर लगाता है, जो तो आने वाले समय में साफ हो पाएगा. हालांकि, पार्टी के अंदर इन सभी दिग्गजों की दावेदारी ने पार्टी के लिए जरूर मुश्किलें बढ़ा दी है. अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी किस नेता पर अपना दाव खेलती है। वैसे क्षेत्र के अभी तक के माहौल से यही लग रहा है की जिसे भी भाजपा अपना प्रत्यासी बनाएगी उसकी जीत होगी।