*जिला बनाओ पंचायत का आम निर्वाचन मीठे पानी की सप्लाई गद्दा बिछाकर धरना विकास कार्यों का भूमिपूजन किसानों का मुद्दा बमं की अफवाह अधिकारियों के ट्रांसफर सीएम राइज विद्यालय की सौगात आप पार्टी की एंट्री नर कंकाल अग्नि दाह और अतिक्रमण का मामला पूरे वर्ष अखबारों की सुर्खियों में रहा*
रीवा__मऊगंज
वर्ष 2022 कई सुखद व दुखद घटनाओं के बीच लगभग सामान्य रूप से बीता बात मऊगंज विधानसभा के क्षेत्र में की जाए तो कई ऐसी सुर्खियां रही जहां वर्ष 2022 में कई मुद्दे चर्चाओं में रहे विधानसभा मऊगंज को जिला बनाने का मुद्दा बेहद पुराना है लेकिन 2022 में आम नागरिकों के चर्चा का विषय जिला बनाने का रहा तो दूसरी तरफ जिला बनाओ संघर्ष समिति का भी जिला बनाने की दिशा में मुद्दा चर्चाओं में रहा इसी वर्ष ग्राम पंचायत के आम निर्वाचन की तारीख तय होने के बाद फिर तारीख देना और लगभग आठ वर्ष के बाद निर्वाचन होना सात वर्ष के कड़ी मेहनत के बाद भी मीठे पानी की चर्चा जोरों पर रही किंतु अभी भी मऊगंज में 25 फ़ीसदी तक ही पानी पहुंच पाया है विधानसभा क्षेत्र में कई विभागों को मिलाकर कई अधूरे पड़े विकास कार्यो का भूमिपूजन के बाद विकास कार्य के प्रति ध्यान देना इसी बीच विधानसभा में बमं की अफवाह भी पुलिस के लिए सर दर्द रही वही कई विभागों के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग भी अधिकारियों के ट्रांसफर का मामला काफी तेजी से चलता रहा जहां विधायक देवतालाब एवं मऊगंज का हस्तक्षेप माना जा रहा था नगर परिषद के निर्वाचित पार्षदों की तीर्थ यात्रा भी निराशाजनक के साथ चर्चा में रही राजनीतिक गलियारे में बात करें तोआप पार्टी नेता उमेश त्रिपाठी की इंट्री से क्षेत्र में हलचल का माहौल रहा वही पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मृगेंद्र सिंह कि क्षेत्र में रिफॉर्म से चर्चा का विषय बना रहा पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना एवं जिला युवा कांग्रेस आशुतोष तिवारी को जिला अध्यक्ष बनाने के बाद कई मामलों में धरना और प्रदर्शन देखा गया इसी बीच मऊगंज के समीपी क्षेत्र में दो नर कंकालों का मिलना भी काफी चर्चाओं में रहा जमीनी विवाद में अग्नि दाह का मामला कम नहीं रहा वर्ष के आखिरी महीने में जनपद कार्यालय में सीमांकन एवं बाउंड्री निर्माण में सीईओ अजीत तिवारी की भूमिका सराहनीय रही वही सबसे बड़ी चर्चा का विषय मऊगंज के अतिक्रमण का रहा जहां सारी उलझनो रुकावटों को दरकिनार कर मऊगंज के विकास की दिशा में एक लक्ष्यीय निर्णय ऐतिहासिक रहा चाहे वह सड़क चौड़ीकरण नाली फुटपाथ एवं डिवाइडर का हो साल के आखिरी दिनों तक सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाला मऊगंज का यह कार्य रहा जिसमें विधानसभा के विधायक प्रदीप पटेल सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे यह अलग विषय था कि विरोध और प्रशंसा के बीच यह कार्य भविष्य के लिए सुखद होगा अतिक्रमण की कार्रवाई में बड़ी भूमिका के रूप में एसडीएम मऊगंज पुलिस प्रशासन एवं धीमी चाल के साथ आक्रामक निर्णय लेने वाले नगर परिषद सीएमओ की भूमिका वर्ष के आखरी दिन व समय तक चर्चाओं में रही