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भोपाल। अभय वर्मा आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारी एवं समस्त संकुल प्राचार्य को पत्र जारी करके लिखा है
कि नियमित शिक्षकों की उपस्थिति के पश्चात अतिथि शिक्षकों को GFMS पोर्टल से कार्यमुक्त करें। जो प्राचार्य आदेश का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
समस्त संकुल प्राचार्यों को पुनः निर्देशित किया जाता है कि संकुल अंतर्गत विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की उपस्थिति उपरांत विद्यालयों से अतिथि शिक्षकों के उपस्थिति पत्रक प्राप्त कर
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अतिथि शिक्षकों के मानदेय जनरेट करने के पश्चात् अतिथि शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त करें। यदि किसी प्राचार्य द्वारा उक्त निर्देशों के अनुसार कार्यवाही नहीं की जाती हैं
तो उन प्राचार्य के विरूद्ध अनुशासनात्मक / दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
*डीपीसी रीवा के प्रभार के लिए शुरू हुई दौड़ प्रभार पाने माननीयों के दरवाजे पर दस्तक*
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रीवा। जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी की कुर्सी पाने के लिए भाग दौड़ शुरू हो गई है। डीपीसी की कुर्सी मे बैठने के लिए लगभग आधा दर्जन प्राचार्य
और व्याख्याता इच्छुक बताए जा रहे हैं। जो प्रभार पाने के लिए भाग दौड़ शुरू कर दिये हैं। इस दौड़ मे कुछ दागी भी शामिल बताए जा रहे हैं,जिनकी विभागीय जाँच भी चल रही है।
डीपीसी का प्रभार पाने दावेदारों ने माननीयों के दरवाजे पर दस्तक देना भी शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि सर्व शिक्षा अभियान अन्तर्गत जिला शिक्षा केंद्र
रीवा के डीपीसी संजय सक्सेना की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर शासन ने उन्हें मूल पद पर वापस भेजने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद उन्हें लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के लिए मुक्त कर दिया गया था।
विभागीय कार्य प्रभावित न हो इसलिए कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से जिला शिक्षा अधिकारी गंगा प्रसाद उपाध्याय को जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी का अतिरिक्त प्रभार भी सौंप दिया है। किन्तु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय मे व्यस्तता के चलते, डीईओ लम्बे समय तक डीपीसी का प्रभार नहीं सम्भाल सकते
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। उधर उच्च माध्यमिक शिक्षकों को डीपीसी की परीक्षा मे शामिल न करने पर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर मे दायर याचिका के चलते राज्य शिक्षा केंद्र डीपीसी की सूची जारी नहीं कर पा रहा है। इस कारण से डीपीसी का प्रभार पाने दावेदारों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
अभी तक जिन दावेदारों के नाम चर्चा मे हैं उनमे डाईट के व्याख्याता देवकरण मिश्र, डीपीसी कार्यालय में पदस्थ अमरनाथ सिंह, अजगरहा प्राचार्य पी एल मिश्र, योजना अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता के अलावा
शिक्षामहाविद्यालय मे पदस्थ एक व्याख्याता का नाम भी लिया जा रहा था। जिनमे से डॉ.पी. एल. मिश्र को शासन द्वारा जारी आदेश मे प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी सीधी बनाया जा चुका है।जिससे वे दौड़ से बाहर हो चुके हैं।
हालाँकि डीपीसी रीवा की कुर्सी के लिए जिला प्रशासन की पहली पसन्द निर्वाचन कार्यों में ईमानदारी और कर्मठता से
दायित्व निभाने वाले रमकुड़वा प्राचार्य सुमेश डाकवाले माने जा रहे हैं। अब देखना है डीपीसी की कुर्सी का अगला प्रभारी कौन होता है।
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गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष की लड़ाई में पीस रही है गुढ नगर परिषद की जनता
गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष अपनी अपनी राजनैतिक स्वार्थ सिद्धि एवं राजनीतिक वर्चस्व के लिए गुढ नगर परिषद को बनाया अखाड़ा
गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष चुनाव के समय नगर वासियों को विकास का सपना दिखाकर वोट हासिल करते हुए अब गुढ नगर-वासियों को पकड़ा रहे झुनझुना
इस समय गुढ नगर परिषद में पक्ष विपक्ष की चल रही राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में गुढ नगर परिषद की जनता पीस रही है।। साथ में अपने आप को ठगा महसूस कर रही है।
गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष चुनाव के समय गुढ के विकास का सपना दिखाकर वोट हासिल किया था लेकिन चुनाव समाप्त होने के बाद गुढ नगर परिषद के विकास को बाधित करते हुए अपने राजनीतिक वर्चस्व के लिए गुढ नगर परिषद को अखाड़ा बना दिया गया है।
भारतीय सर्व सेवा संगठन के अध्यक्ष उमेश पिडिहा ने कहा कि गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष अपनी अपनी राजनीतिक रोटी सेकना बंद करें।। उमेश पिडिहा ने कहा है कि गुढ नगर परिषद के जनता ने पक्ष विपक्ष को गिल्ली डंडा खेलने के लिए वोट नहीं दिया ।
उमेश पिडिहा ने कहा है कि गुढ नगर परिषद के पक्ष विपक्ष लोगों द्वारा अपने-अपने राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए अगर गुढ नगर परिषद का विकास बाधित किया गया तो ऐसी स्थिति में गुढ नगर परिषद के पक्ष-विपक्ष के खिलाफ उमेश पिडिहा पूरे संगठन के साथ धरने पर बैठने पर मजबूर हो जाएगें